अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप की ताजपोशी के बाद यूरोप के लिए एक नया युग शुरू हो चुका है। इसमें चिंताएं और अनिश्चितताएं बढ़ने के साथ नई चुनौतियों से पार पाने की तैयारी भी शामिल है।
ट्रंप की पहली पारी के दौरान नरम-गरम अंतरराष्ट्रीय संबंधों से सीख लेते हुए अब यूरोपीय देशों को इस बात की चिंता सताने लगी है कि उन्हें फिर से उन्हीं परिस्थितियों का सामना ना करना पड़ जाए।
भले ही विश्व आर्थिक मंच के सम्मेलन में ट्रंप को लेकर गर्मजोशी नजर आई, लेकिन इसे अनिश्चितता को ढंकने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। यूरोपीय संघ ने डोनाल्ड ट्रंप द्वारा तय की जाने वाली अमेरिकी नीतियों और उनके असर का मूल्यांकन करने के लिए एक टास्क फोर्स भी गठित की।
दरअसल, यूरोपीय देशों को इस बात का डर है कि ट्रंप ने जिस तरह से अपने पूर्व कार्यकाल में अमेरिका को कई अंतरराष्ट्रीय समझौतों से किनारे कर लिया था, अब फिर से वह ऐसा ना कर दें। इनमें यूरोप का सबसे बड़ा डर इस बात को लेकर है कि ट्रंप यूक्रेन युद्ध में अमेरिकी भूमिका परिवर्तित कर सकते हैं और यूरोपीय देशों के ऊपर व्यापारिक प्रतिबंध लागू कर सकते हैं।
यूरोपीय संघ के नेताओं से Trump बात करने को तैयार
हालांकि, यूरोपीय संघ के हितों की रक्षा के लिए इन देशों के नेता नए अमेरिकी राष्ट्रपति से चर्चा करने को पूरी तरह तैयार है, लेकिन वे इस बात से भी अच्छी तरह वाकिफ हैं कि ट्रंप से चर्चा करना बहुत टेढ़ी खीर है।
ट्रंप ने क्यूबा, हैती समेत चार देशों से इमिग्रेशन पर लगाई रोक
अमेरिका के राष्ट्रपति का पद संभालते ही Donald Trump ने इमिग्रेशन को लेकर सख्ती दिखाई है। उन्होंने बाइडन प्रशासन की उस नीति को खत्म करने का एलान किया जो चार संकटग्रस्त देशों के प्रवासियों को अमेरिका में अस्थायी रूप से रहने की अनुमति देती थी।
मानवीय पैरोल के नाम से जानी जाने वाली इस नीति को बाइडन प्रशासन ने 2023 की शुरुआत में लागू किया था। इसके तहत क्यूबा, हैती, निकारागुआ और वेनेजुएला के प्रवासियों को अमेरिका में प्रवेश की अनुमति दी गई थी, बशर्ते कि उनके पास एक वित्तीय प्रायोजक हो और वे सुरक्षा जांच पास कर चुके हों। इस नीति के तहत अमेरिका में प्रवेश करने वाले प्रवासी दो साल तक रह सकते थे।
पिछले साल के अंत तक, इस पहल के माध्यम से 5,00,000 से अधिक प्रवासी अमेरिका में प्रवेश कर चुके थे। ट्रंप ने होमलैंड सिक्योरिटी विभाग के प्रमुख को इस नीति को समाप्त करने का आदेश दिया।
प्रवासियों को खदेड़ने के लिए सेना का इस्तेमाल होगा- ट्रंप
उधर, ट्रंप आव्रजन कार्रवाई यानी अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों को खदेड़ने के लिए सेना का इस्तेमाल कर सकते हैं। उन्होंने सोमवार को एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत सीमा सुरक्षा को सेना के लिए प्राथमिकता बना दिया गया। यह निर्देश अमेरिकी सैनिकों को इमिग्रेशन इंफोर्समेंट में सीधी भूमिका निभाने की अनुमति दे सकता है।(source – jagaran)